उरई-- अन्ना के आन्दोलन के साथ -- पहला दिन



अन्ना के आन्दोलन को सारे देश में समर्थन मिल रहा है। उत्तर प्रदेश के जनपद जालौन के उरई में भी समर्थन की स्थिति किसी भी महानगर से कम नहीं है। आज सुबह जैसे ही अन्ना के गिरफ्तार होने की खबर उरई में फैली वैसे ही सभी वर्गों के लोगों में कुछ कर गुजरने की भावना जाग्रत हो उठी।

जैसा कि कई दिनों से ही इस बात के संकेत मिल रहे थे कि अन्ना के अनशन पर बैठने के साथ ही उरई में भी पिछली बार की तरह अनशन, धरने आदि किये जायेंगे। इस बात के लिए तहसील गेट पर, शहीद पार्क में, गांधी चबूतरा आदि पर लोगों ने अनशन करने का पहले से ही मन बना लिया था।

अन्ना के पूर्वघोषित कार्यक्रम से अपना स्वर मिलाते हुए लोगों का सुबह 7-8 बजे से ही जुड़ना शुरू हो गया था, इस बीच अन्ना की गिरफ्तारी ने लोगों में सरकार के प्रति आक्रोश सा भर दिया। इसी आक्रोश के चलते लगभग समूचे शहर में आन्दोलनात्मक हलचल दिखाई देने लगी।

कोई दो सौ जागरूक लोगों ने तहसील गेट पर सुबह 9 बजे के आसपास पहुचकर अपना आन्दोलन शुरू कर दिया था। दूसरी ओर माहिल तालाब से भी इंडिया अगेन्स्ट करप्शन के जिला प्रभारी डा0 राकेश नारायण द्विवेदी के नेतृत्व में लगभग एक सैकड़ा लोगों ने जुलूस की शक्ल में तहसील गेट की ओर बढ़ना प्रारम्भ किया। ‘‘अन्ना तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं’’, ‘‘मुझे करो गिरफ्तार, मैं हूं अन्ना’’, ‘‘भ्रष्टाचारियो, अब तो दुनिया छोड़ दो’’, ‘‘जन-जन की है पुकार, मैं हूं अन्ना’’, ‘‘जनलोकपाल बिल ही है मंजूर’’, ‘‘सरकारी बिल नहीं स्वीकार’’, जैसे नारों की तख्तियां लोग अपने हाथों में लेकर, अपने सीने-पीठ पर लगा कर चल रहे थे।





इसी तरह से समाजसेवियों, राजनेताओं, व्यापारियों और छात्रों के सम्मिलित जुलूस में लगभग पांच सौ के आसपास लोगों ने शहर की प्रमुख सड़कों से होते हुए तहसील गेट की ओर कूच करना शुरू किया। कुछ सौ लोगों के आसपास का जत्था अम्बेडकर चैराहे की ओर से भी चल पड़ा था। शहर की लगभग कर रास्ते पर कोई न कोई किसी न किसी प्रकार से जुलूस की अगुवाई कर रहा था।

तहसील गेट पर 10 बजे के आसपास लगभग एक हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई। विशेष बात यह रही कि दो जत्थों द्वारा कपिल सिब्बल के पुतले भी फूंके गये किन्तु शान्ति को किसी ने भी भंग नहीं किया। अन्ना की कही बात का मान रखते हुए सभी नागरिक पूर्णतः अहिंसात्मक तरीके से अपने हाथों में नारे लगाते हुए अपने विरोध को व्यक्त किया। तहसील गेट पर सभी जत्थों ने एकत्र होकर अपने आपको एक सभा में परिवर्तित कर दिया। जहां सरकार के कदम की भर्तसना की गई, अन्ना की रिहाई की मांग की गई, आन्दोलन को तब तक चलाने का संकल्प लिया गया जब तक कि सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के विरोध में स्पष्ट नीति नहीं बनाई जाती है ।





शाम को 4 बजे तक चली आन्दोलनात्मक सभा में सर्वसम्मति से सभी ने प्रत्येक दिन प्रातः 10 बजे से तहसील गेट पर ही अपने आन्दोलन को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। आन्दोलन के क्रम में आज 16 अगस्त को शाम 7 बजे से डी0वी0 कालेज से एक मोमबत्ती जुलूस निकाला जायेगा जो शहीद पार्क पर जाकर रुकेगा। इसके बाद प्रत्येक दिन जब तक कि अन्ना का आन्दोलन चलेगा शहीद पार्क में रात को 8 बजे से 9 बजे तक मोमबत्तियां जलाकर उरई के नागरिक अपना विरोध व्यक्त करेंगे और अन्ना के प्रति अपना समर्थन प्रदर्शित करेंगे।

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