पूर्व प्रधानाचार्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष विजयपाल सिंह भदौरिया का निधन

पूर्व प्रधानाचार्य एवं जिलाध्यक्ष का निधन

श्री राजमाता वैष्णी जूदेव इंटर कालेज, जगम्मनपुर के पूर्व प्रधानाचार्य एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री विजयपाल सिंह भदौरिया का देहान्त हो गया। श्री भदौरिया जगम्मनपुर के इंटर कालेज में सन् 1971 में प्रवक्ता भेतिकी पद पर नियुक्त हुए थे, तत्पश्चात सन् 1987 में आयोग से प्रधानाचार्य के रूप में चयनित होकर उसी इंटर कालेज में नियुक्त हुए। श्री विजयपाल सिंह पूरे समय जनपद में शिक्षा के उननयन के लिए सक्रिय भूमिका निभाते रहे। इसी सक्रियता के कारण उन्हें वर्ष 1992-93 में माध्यमिक शिक्षक संघ का जनपद जालौन का जिलाध्यक्ष भी मनोनीत किया गया।
आपको ध्यातव्य हो कि जनपद के युवा साहित्यकार एवं दयानन्द वैदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उरई के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रवक्ता डॉ0 अनुज भदौरिया श्री विजयपाल जी के छोटे पुत्र हैं। श्री भदौरिया ने सेवानिवृत्ति के बाद भी शिक्षा जगत से अपना नाता नहीं तोड़ा। वे इसके बाद बी0के0डी0 एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल के निदेशक के रूप में अपनी सेवाएँ देते रहे साथ ही शिक्षा सम्बन्धी सक्रियता को बनाये रखे रहे। उनका अंतिम संस्कार उनकी कार्यस्थली रहे जगम्मनपुर में 26 फरवरी को किया गया। इस अवसर पर जनपद की शिक्षा क्षेत्र से जुड़े डॉ0 आर0बी0एस0 सेंगर, डॉ0 अशोक कुमार यादव, डॉ0 आर0के0 पहारिया, डॉ0 विजय यादव, डॉ0 जयदयाल सक्सेना, योगेश्वरी प्रसाद ‘अलि’, गिरन्द सिंह कुशवाहा, हेमन्त कुमार सिंह सेंगर, राघवेन्द्र सिंह सेंगर, स्वतन्त्र सिंह सेंगर, डॉ0 नीलरतन सिंह, डॉ0 राजेश पालीवाल, डॉ0 राजवीर सिंह, डॉ0 आनन्द गुप्ता, अजय गुप्ता, डॉ0 शत्रुघ्न सिंह राजपूत, पूर्व विधायक सन्तराम सिंह सेंगर, रघुराज सिंह भदौरिया, पुष्पेन्द्र सिंह सेंगर, प्रवीण कुमार पाण्डेय सहित सैकड़ों लोगों ने अश्रुपूरित अंतिम विदाई दी।
श्री विजयपाल सिंह भदौरिया अपने पीछे पत्नी, दो पुत्रियों-दामादों, दो पुत्रों-पुत्रवधुओं, नाती-नातिनों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं। मुखग्नि उनके ज्येष्ठ वैज्ञानिक पुत्र डॉ0 अवनीश भदौरिया ने दी।

कम्प्यूटर और इंटरनेट की उपयोगिता पर विचार-गोष्ठी का आयोजन

कम्प्यूटर और इंटरनेट की उपयोगिता पर विचार-गोष्ठी का आयोजन

‘‘वर्तमान युग में सूचनाओं के आदन-प्रदान का तरीका बदलता जा रहा है। पाठ्य-पुस्तकों के साथ-साथ नयी-नयी तकनीक भी हमें ज्ञान प्रदान कराती है। कम्प्यूटर के द्वारा जहाँ हमने अपने कार्य करने की क्षमता का विकास किया है वहीं इंटरनेट के आने से हमने सूचनाओं और जानकारियों को अपने आसपास ही पाया है।’’ ये विचार सेठ वीरेन्द्र कुमार महाविद्यालय, गुढ़ा, जालौन में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो0 सत् चित् आनन्द, अध्यक्ष, शिक्षाशास्त्र विभाग, डी0वी0 कालेज, उरई ने व्यक्त किये। कम्प्यूटर और इंटरनेट की उपयोगिता विषय पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए प्रो0 सत् चित् आनन्द ने आगे बताया कि प्रत्येक विद्यार्थी को आज कम्प्यूटर के साथ मित्रवत सम्बन्ध बनाने चाहिए। जब तक कम्प्यूटर का प्रयोग नहीं किया जा रहा है तब तक ही वह हमारे लिए एक कौतूहल का सामान होता है और जैसे ही हम उसका प्रयोग करना शुरू करते हैं तो हमें उसके प्रति विश्वास पैदा होता है।
छात्र-छात्राओं के प्रश्नों का जवाब देते हुए प्रो0 आनन्द ने बहुत ही ज्ञानवर्द्धक जानकारी दी। एक छात्र के प्रश्न कि इंटरनेट की किसी विद्यार्थी के लिए क्या उपयोगिता है पर उन्होंने कहा कि आज बहुत सी कम्पनियों और सरकारी विभागों के रिक्त पदों की सूचनाएँ इंटरनेट के माध्यम से आ रहीं हैं। इसके अलावा पाठ्यक्रम से सम्बन्धित समस्त सामग्री का उपलब्ध हो पाना सम्भव नहीं हो पाता, ऐसे में इंटरनेट के द्वारा उसको एकत्र किया जा सकता है। वर्तमान में लेखन के लिए चल रहे ब्लाग के बारे में बताते हुए प्रो0 आनन्द ने कहा कि यह एक प्रकार की डायरी है जिस पर हम अपने आसपास की, रोजमर्रा की, साहित्य को अथवा किसी भी विषय की सामग्री को लिख और छाप सकते हैं।
एक छात्रा द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या कम्प्यूटर न जानने वाला और इंटरनेट का उपयोग न करने वाला आज पिछड़ा कहा जायेगा, प्रो0 सत् चित् आनन्द ने बताया कि ऐसा नहीं है, यह भ्रान्ति है किन्तु यदि हमें अपनी प्रतिभा को, अपनी क्षमताओं को और निखारना है तो हमें इस तकनीक से भी परिचित होना होगा। आज यदि हमारे देश के वैज्ञानिकों की, युवाओं की सारे संसार में पूछ है तो उसकी प्रतिभा के कारण। बस, हम इंटरनेट, कम्प्युटर के द्वारा उसी ज्ञान को और बढ़ा लेते हैं। अपनी धरती के हालचाल के अलावा सुदूर अंतरिक्ष के ग्रहों की खोजपरक जानकारी इंटरनेट और कम्प्यूटर के द्वारा ही आसान हो सकी है।
अन्त में प्रो0 सत् चित् आनन्द ने कहा कि किसी भी देश, व्यक्ति के विकास में तकनीक का बहुत बड़ा योगदान रहता है। हम उस स्थिति को याद करें जबकि इंटरनेट का चलन नहीं था, तब हमें अपने संदेश को दूसरे तक पहुँचाने के लिए पत्रों का सहारा लेना पड़ता था। बाद में फोन और आज मोबाइल का प्रयोग हमें आपस में बहुत ही पास ले आया है। यही इंटरनेट की महत्ता है और इसके द्वारा चिकित्सा, विज्ञान, प्रोद्यौगिकी, रक्षा, शिक्षा, कृषि आदि में कार्य करने में और जानकारी प्राप्त करने में सुविधा हो गई है।
सेठ वीरेन्द्र कुमार महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 अभयकरन सक्सेना ने कहा कि महाविद्यालय के द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि सभी विद्यार्थियों को तय पाठ्यक्रम के अतिरिक्त भी ज्ञान प्रदान किया जाये जिससे वे स्नातक होने के बाद शिक्षा के अलावा भी अन्य क्षेत्रों में अपने आपको साबित कर सकें। कम्प्यूटर और इंटरनेट की उपयोगिता को इस रूप में ही समझा जा सकता है कि हम दैनिक कार्यों में मोबाइल, टी0वी0 का प्रयोग देख ही रहे हैं। महाविद्यालयीन कार्यों में भी कम्प्यूटर के द्वारा आसानी होने को उन्होनें स्वयं देखा-समझा है। आज इस बात से बिलकुल भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि कम्प्यूटर और इंटरनेट ने संसार को एक छोटे से समूह में बदल दिया है।
सेठ वीरेंद्र कुमार महाविद्यालय की प्रबन्धकारिणी के अध्यक्ष और आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री नितिन मित्तल ने कहा कि महाविद्यालय का प्रयास रहेगा कि वहाँ पढ़ने वाला प्रत्येक विद्यार्थी वर्तमान में विकसित होने वाली प्रत्येक तकनीकी से परिचित रहे। आज तो कम्प्यूटर की महती आवश्यकता हो देखा और समझा जा सकता है। किसी भी कार्य को देखा जाये उसे कम्प्यूटर के प्रयोग ने आसान किया है। रेलवे के आरक्षण की बात हो, मौसम की जानकारी लेनी हो, भूकम्प का पता लगाना हो और भी बहुत सी जानकारी कम्प्यूटर और इंटरनेट के द्वारा देखने को मिल जाती है। इसी तरह से इंटरनेट से आपस में संवाद आसान हुआ है। ई-मेल के द्वारा पत्र लिखना और सामग्री का आदान-प्रदान भी आसान हुआ है। कार्यक्रम के अन्त में अध्यक्ष नितिन मित्तल ने प्रो0 चित् आनन्द को स्मृति भेंट देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों में अनुज श्रीवास्तव, उप-प्रधानाचार्य, डा0 गणेशानंद, डा0 सीता जड़िया, डा0 राकेश पाठक, प्रो0 अवनीश द्विवेदी, श्रीकृष्ण कोष्ठा, प्रियंका अग्रवाल, प्रिया अग्रवाल, योगेश सिंह, सौरभ गुप्ता आदि सहित महाविद्यालय के तृतीय श्रेणी कर्मचारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन योगेश सिंह ने किया।

राजनीति विज्ञान परिषद् के वार्षिक कार्यक्रम की चित्रमयी झांकी

राजनीति विज्ञान परिषद्, दयानंद वैदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उरई का वार्षिक समारोह आज दिनांक 18-02-2010 को संपन्न हुआ
इस समारोह की विस्तृत रिपोर्ट कल, आज कार्यक्रम के मुख्य हिस्से की चित्रमयी झांकी

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(परिषद् की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करतीं डॉ0 नगमा खानम)
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(संवैधानिक जागरूकता सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करते सुभाष चंद्रा)
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(अतिथियों का स्वागत करते विभागाध्यक्ष डॉ0 आदित्य कुमार)
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(तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता के प्रतिभागी)
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(पूर्व अध्यक्ष डॉ0 जयदयाल सक्सेना का सम्मान करते प्राचार्य डॉ0 अनिल कुमार श्रीवास्तव)
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(पूर्व अध्यक्षा डॉ0 जयश्री पुरवार का सम्मान करते आदित्य जी)
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(पुरा-कथाओं की वैज्ञानिकता पर बोलते जयदयाल सक्सेना जी)
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(सम्मानित होने के बाद सम्बोधित करते राजेन्द्र पुरवार जी)
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(विद्यार्थियों को सम्बोधित करतीं जयश्री पुरवार जी)
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(कार्यक्रम में बोलते प्राचार्य अनिल श्रीवास्तव जी)
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(अपना उदबोधन देते शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ0 अरविन्द शर्मा)
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(कार्यक्रम में उपस्थित श्रोता जन और विद्यार्थी)
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जनपद जालौन के मुख्य-मुख्य समाचार - 04-02-2010

जनपद जालौन के मुख्य-मुख्य समाचार

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(1) सूचना का अधिकार पर कार्यशाला का आयोजन
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सूचना का अधिकार पर जागरूकता लाने की दृष्टि से डी0वी0सी0 उरई के राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर में बी0एड0 विभाग में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला को दयानन्द वैदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उरई के जन सूचना अधिकारी डा0 आदित्य कुमार ने सम्बोधित करते हुए सूचना अधिकार के महत्व और उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य जनता के सामने सरकारी तन्त्र की कार्यप्रणाली को साफ सुथरे ढंग से रखना है। इसके द्वारा जनता अपने धन के दुरुपयोग और सदुपयोग के बारे में जान सकती है और अपने कार्यों में हो रहे अनावश्यक विलम्ब के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकती है।
सूचना अधिकार का राष्ट्रीय अभियान के निदेशक डा0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने सूचना प्राप्ति के प्रत्येक कदम के बारे में बताते हुए कहा कि सबसे पहले तो हमें मालम होना चाहिए कि सूचना क्या चाहिए है और क्यों चाहिए है? सूचनाओं को मात्र प्राप्त करने के लिए ही प्राप्त नहीं करना चाहिए। इसके द्वारा आप अपनी समस्या को कैसे सुलझा सकते हैं यह जानना आवश्यक होता है।
कार्यशाला में तृतीय इकाई के छात्रों के अलावा कार्यक्रम अधिकारी योगेन्द्र बेचैन, प्राध्यापक डा0 राजेश पालीवाल भी उपस्थित रहे।

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(2) राष्ट्रीय सेवा योजना का एकदिवसीय शिविर सम्पन्न
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दयानन्द वैदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय उरई की राष्ट्रीय सेवा योजना की तृतीय इकाई (छात्र) का एक दिवसीय शिविर सम्पन्न हुआ। इसके प्रथम सत्र में पूर्व प्राचार्य एवं मनोविज्ञान प्रभारी डा0 अरुण कुमार श्रीवास्तव ने व्यक्तित्व विकास पर बोलते हुए छात्रों को अपने कार्यों से अपना व्यक्तित्व निखारने की सलाह दी।
रक्षा अध्ययन विभाग के अध्यक्ष डा0 अरविन्द कुमार शर्मा ने अपने कार्यों के प्रति ईमानदार और पूर्ण निष्ठा प्रदर्शित करने की सलाह छात्रों को दी।
बी0एड0 विभाग के अध्यक्ष डा0 सत्यप्रकाश श्रीवास्तव ने बच्चों को परोपकार करने और दूसरों के प्रति सकारात्मक भाव रखने को प्रोत्साहन दिया।
इसके अलावा प्राचार्य डा0 अनिल कुमार श्रीवास्तव, प्राध्यापक डा0 अरुण कुमार, कार्यक्रम अधिकारी योगेन्द्र बेचैन ने भी विचारों को व्यक्त किया।

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(3) बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा की पैदल चेतना यात्रा का आगमन
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पृथक बुन्देलखण्ड राज्य के निर्माण की माँग कर रहे बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा द्वारा एक पैदल चेतना यात्रा का आगमन उरई में हुआ। संजय शर्मा और कुरेले जी के नेतृत्व में दतिया से चलकर आई इस चेतना यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को पृथक बुन्देलखण्ड राज्य के लिए जगाना है। इस यात्रा में कई अन्य लोग भी शामिल थे।
आज इस चेतना यात्रा ने आटा, कदौरा, हमीरपुर के लिए प्रस्थान किया। विभिन्न ग्रामीण अंचलों से चलती हुई यह यात्रा ओरछा में समाप्त होगी।

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(4) कोंच में बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा की जनसभा
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दिनांक-02 फरवरी 2010 को कोंच नगर में बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा जपनद जालौन की छात्र मोर्चा ने एक जनसभा का आयोजन मण्डी परिसर में किया गया। इसमें कार्यवाहक केन्द्रीय अध्यक्ष डा0 बाबूलाल तिवारी ने कहा कि बुन्देलखण्ड राज्य का निर्माण तो होगा ही होगा। अब सवाल बस इतना है कि कब होता है? उन्होंने नारा दिया कि पैकेज नहीं, स्वराज्य चाहिए, हमें हमारा राज्य चाहिए।
इस अवसर पर केन्द्रीय प्रवक्ता डा0 डी0सी0 द्विवेदी ने कहा कि हमें अभी तक कमजोर समझकर बरगलाया जाता रहा है। अब यहाँ की जनता जाग चुकी है और उसने अपने लहू में वही ज्वार लाना शुरू कर दिया है जो कभी आल्हा-ऊदल, छत्रसाल, अभई आदि वीरों में देखने को मिलता था।
अन्य लोगों में बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा, छात्र मोर्चा के आदित्य व्यास, पराग शर्मा, kumarendra sinh sengar, subhash chandra सहित कोंच नगर के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

आदित्य जी के अध्यक्ष बनने पर ख़ुशी का माहौल - बधाई पर बधाई

‘आदित्य जी के अध्यक्ष निर्वाचित होने से समूचा बुन्देलखण्ड क्षेत्र गौरवान्वित हुआ है। इनके प्रयासों से प्रदेश में राजनीति विज्ञान को नवीन आयाम प्राप्त होंगे। ऐसी अपेक्षा और विश्वास है कि अपने कार्यकाल में आदित्य जी नये प्रतिमान स्थापित करेंगे साथ ही साथ महाविद्यालय को भी नई दिशा प्रदान करेंगे।’ उक्त विचार डी0वी0कालेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा0 अरविन्द कुमार शर्मा ने व्यक्त किये।

(शिक्षक संघ अध्यक्ष डॉ0 अरविन्द कुमार शर्मा)
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उ0 प्र0 राजनीति विज्ञान परिषद् के अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद दयानन्द वैदिक स्नाताकोत्तर महाविद्यालय, उरई में सम्पन्न सम्मान समारोह में शिक्षक संघ के सचिव योगेन्द्र बेचैन ने कहा कि यह उपलब्धि पर हम सभी के लिए हर्ष का विषय है। ऐसे ही अवसर हम युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।

पूर्व प्राचार्य, डी0वी0 कालेज, उरई डा0 जी0 एस0 निरन्जन ने कहा कि आदित्य जी सहज-सरल व्यक्तित्व के धनी हैं और इस कारण से हमेशा से ही वे सभी के प्रिय रहे हैं। कार्य के प्रति लगन, बढ़ों के प्रति सम्मान और छोटों के प्रति स्नेह के साथ-साथ सहयोगियों के साथ मित्रवत् व्यवहार के कारण आदित्य जी अपने कार्यकाल में अप्रतिम ऊँचाई प्राप्त करेंगे।

हिन्दी विभाग के डा0 वीरेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि सकारात्मक ऊर्जा के साथ सक्रिय रहना और साथ वालों को सक्रिय बनाये रखना आदित्य जी की विशेषता है। प्रतिमाह अपने विभाग में किसी न किसी विषय पर गोष्ठी का आयोजन करवाना उनकी इसी सक्रियता का सूचक है।

दयानन्द वैदिक स्नाताकोत्तर महाविद्यालय की प्रबन्धकारिणी कमेटी के उपाध्यक्ष डा0 हरीमोहन पुरवार ने अपनी बधाई देते हुए कहा कि आदित्य जी के अध्यक्ष निर्वाचित होने से सभी को गौरव हासिल हुआ है। वे सभी के विश्वास और स्नेह के द्वारा ही अपने कार्यों को पूर्ण करते रहे हैं। उनकी यही विशेषता उन्हें प्रत्येक महत्वपूर्ण कार्य करने को प्रेरित करती है।

उ0प्र0 राजनीति विज्ञान परिषद् के पूर्व सदस्य सुभाष चन्द्रा ने कहा कि परिषद् के सदस्यों ने बहुत ही सही समय पर आदित्यजी को जिम्मेवारी सौंपी है। आपके कार्यकाल में सुसुप्तावस्था में पहुँच चुकी परिषद् अब प्रदेश के महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में नये स्वरूप में कार्य कर सकेगी।

डा0 आदित्य कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि सभी का स्नेह और उन पर विश्वास ही उन्हें इस महत्वपूर्ण जिम्मेवारी को पूर्ण करने में सहायक होगा। उन्होंने उ0प्र0 राजनीति विज्ञान परिषद् के सभी सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे सभी के विश्वास को बनाये रखने का भरपूर प्रयास करेंगे। शीघ्र ही वे प्रदेश में सम्पर्क कर परिषद् के कार्यक्रमों का आयोजन करने की ओर कदम बढ़ायेंगे।

(डॉ0 आदित्य कुमार के साथ डॉ0 नगमा खानम, रणविजय)
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(बाएं से- डॉ0 कुमारेन्द्र, सुभाष चन्द्र, सत चित आनंद, डॉ0 आदित्य कुमार, डॉ0 नगमा खानम)
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बधाई संदेश देने वालों में राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष डा0 जयदयाल सक्सेना, पूर्व प्राध्यापक डा0 राजेन्द्र कुमार पुरवार, पूर्व अध्यक्षा डा0 जयश्री पुरवार के साथ साथ वर्तमान सदस्यों में डा0 नगमा खानम, डा0 राममुरारी चिरवारिया, रविकान्त, रणविजय आदि शामिल रहे। इसके अलावा महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 अनिल कुमार श्रीवास्तव, डा0 सत् चित् आनन्द, डा0 आनन्द खरे, डा0 वीणा श्रीवास्तव, डा0 राजेश पालीवाल, डा0 नीता गुप्ता आदि महाविद्यालयीन प्राध्यापकों के अतिरिक्त नगर के गणमान्य नागरिकों में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष हरेन्द्र विक्रम सिंह, इलाहाबाद बैंक के प्रबन्धक सर्वेश द्विवेदी, दीपशिक्षा सामाजिक संस्था के डा0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर, पी-एच0डी0 होल्डर्स एसोसिएशन के डा0 राजीव कुमार आदि ने भी अपनी बधाइयाँ डा0 आदित्य कुमार को देते हुए उनके प्रथम कार्यकाल की सफलता के लिए कामना की।

(पूर्व अध्यक्ष हरेन्द्र विक्रम सिंह)
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डॉ0 आदित्य कुमार उत्तर प्रदेश राजनीति विज्ञान परिषद् के अध्यक्ष निर्वाचित

बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी के लिए तथा सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए आज बहुत गौरव का दिन रहा। राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में कार्य कर रही प्रदेश की प्रतिष्ठित एसोसिएशन ‘उ0प्र0 राजनीति विज्ञान परिषद्’ के अध्यक्ष पद पर दयानन्द वैदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उरई के राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डा0 आदित्य कुमार निर्वाचित हुए।
(डॉ आदित्य कुमार)
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विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के प्राध्यापकों तथा शोधार्थियों की प्रतिष्ठित परिषद् का गठन सन् 1980 में मधु लिमये, प्रो0 विमला प्रसाद, प्रो0 पुष्पेष पन्त, प्रो0 विमल पुरी, प्रो0 जे0पी0 सूद जैसे व्यक्तित्वों की देख-रेख में किया गया था। सन् 1980 में एसोसिएशन के गठन के बाद से आज तक बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय से तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र से कोई भी इस पद के लिए नहीं चुना गया। इतनी लम्बी समयावधि में यह पहला मौका है जब इस क्षेत्र के किसी व्यक्ति को इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुना गया है।
30 एवं 31 जनवरी 2010 को दयानन्द बीरेन्द्र स्वरूप डिग्री कालेज कानपुर में उ0प्र0 राजनीति विज्ञान परिषद् के 18 वें अधिवेशन में आज 31 जनवरी को सम्पन्न हुए त्रिकोणीय चुनावी मुकाबले में डा0 आदित्य कुमार ने 30 मतों से विजय प्राप्त की। उन्होंने आचार्य नरेन्द्र देव डिग्री कालेज, बभनार, गोण्डा के डा0 जगन्नाथ पाण्डेय को हराया। इस पद के लिए तीसरे प्रत्याशी मुरादाबाद के डा0 अरुण कुमार गुप्ता थे।
प्रति दो वर्ष में होने वाले परिषद् के चुनावों में डा0 आदित्य कुमार सहित कुल सात पदों पर सदस्य निर्वाचित हुए। डा0 कपिल बाजपेयी, दयानन्द-एंग्लो वैदिक महाविद्यालय, कानपुर को सचिव निर्वाचित घोषित किया गया। परिषद् की ओर से नियमित रूप से निकलने वाले जर्नल (उत्तर प्रदेश जर्नल आफ पालिटिकल साइंस) के सम्पादक के रूप में क्राइस्ट चर्च कालेज, कानपुर के डा0 आशुतोष सक्सेना को चुना गया।
एसोसिएशन के चुनाव से पूर्व दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया था। इसमें राजनीतिक सिद्धान्त, अन्तरराष्ट्रीय राजनीति, भारतीय शासन एवं राजनीति, उत्तर प्रदेश राजनीति जैसे विषयों पर शोध पत्रों को वाचन किया गया। इसमें प्रदेश के प्रबुद्ध राजनीति विज्ञानियों ने, शोधार्थियों ने भाग लिया।
एसोसिएशन विशेष रूप से राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में शोध-कार्यों को बढ़ावा देने का कार्य करती है। अकादमिक कार्यों के लिए गठित की गई इस एसोसिएशन का उद्देश्य इस क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों को आगे लाना है। इसके लिए पूरे प्रदेश में जगह-जगह कार्यशालाओं, सेमीनारों, विचार-गोष्ठियों आदि का आयोजन भी किया जाता है।
अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने के बाद डा0 आदित्य कुमार ने कहा कि उनके पास युवाओं की एक बहुत बड़ी और कर्मठ टीम है जिसके सहारे से वे प्रदेश में लगभग सुसुप्त हो चुकी इस परिषद् को पुनः सक्रिय करने का कार्य करेंगे। शोधार्थियों को विशेष रूप से इस बात के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा कि वे उत्कृष्ट शोध-कार्य के द्वारा स्वयं को आगे लायें। इसके लिए उनका और एसोसिएशन का प्रयास रहेगा कि समूचे प्रदेश में वे अपने कार्यकाल में सेमीनार, गोष्ठियाँ, कार्यशालायें आदि का आयोजन करवा सकें।
अपने सीधे-सरल व्यक्तित्व और स्वभाव के कारण सभी के बीच सहज स्वीकार्य डा0 आदित्य कुमार का अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद भव्य स्वागत किया गया। कानपुर में विभिन्न स्थानों पर उनके सम्मान में स्वागत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। क्राइस्ट चर्च कालेज कानपुर के राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डा0 ए0के0 वर्मा, डा0 रंजन श्रीवास्तव, आजमगढ़ से आये डा0 सुधीर कुमार, बूटा अध्यक्ष, बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, डा0 राजीव रतन द्विवेदी, अतर्रा, भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के डा0 रिपुसूदन सिंह, हड़िया के डा0 के0डी0 सिंह, बी0के0डी0 झाँसी के डा0 किशन यादव आदि सहित सैकड़ों लोगों ने उन्हें कानपुर में ही भव्य समारोह में बधाई देते हुए सम्मानित किया।
डा0 किशन यादव उरई तक उनके साथ आये। उनका कहना था कि बुन्देलखण्ड को बहुत बड़ी जिम्मेवारी मिली है और हम सभी को मिल कर डा0 आदित्य कुमार के कार्यकाल को सफल सिद्ध करना है।
(डॉ आदित्य कुमार और डॉ किशन यादव, झाँसी)
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डा0 आदित्य कुमार के अध्यक्ष निर्वाचित होने की खबर जैसे ही उनके नगर उरई आई वैसे ही उनके चाहने वालों में, उनके महाविद्यालय के सहयोगी प्राध्यापकों में खुशी की लहर दौड़ गई। आज ही देर रात कानपुर से बापस लौटने पर उनका शहर की सीमा पर ही जबरदस्त स्वागत किया गया।

(स्वागत करते डॉ वीरेन्द्र सिंह यादव)
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फूल-मालाओं, आतिशबाजी, गोला-बारूद के साथ डा0 आदित्य कुमार के स्वागत में दर्जनों लोग मौजूद रहे।
उनके स्वागत का सिलसिला शहर में जगह-जगह चलता रहा। घर पर भी बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।

(माल्यार्पण करते सुभाष चन्द्रा)
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(घर पर उपस्थित बधाई देने वाले शुभचिंतक)
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अपने शुभचिन्तकों से मिलने पर डा0 आदित्य कुमार ने कहा कि अब उनकी जिम्मेवारी बहुत बढ़ गई है। सबसे पहले तो वे एसोसिएशन के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने उनको इस जिम्मेवारी के योग्य समझा। किसी को भी मेरे कार्यकाल से निराशा न हो यही मेरा प्रयास रहेगा। कल से ही अपने कार्य को अंजाम देने में लगना है और एसोसिएशन को नई ऊँचाइयों पर ले जाना है।
घर पहुँचने पर सर्वप्रथम उनकी धर्मपत्नी ने उनका स्वागत तिलक लगाकर, मिठाई खिला कर किया। घर के अन्य सदस्यों ने भी खुशी व्यक्त की।
(तिलक और मिठाई के साथ स्वागत)
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डा0 वीरेन्द्र सिंह यादव, हिन्दी विभाग, दयानन्द वैदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उरई, डा0 राजेश पालीवाल, शिक्षाविद्, डा0 हर्षेन्द्र सिंह सेंगर, डा0 मुकेश, प्रवक्ता, डा0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर, सुभाष चन्द्रा, राजनीतिक विश्लेषक रणविजय सिंह, सहित कई लोगों ने उपस्थित होकर बधाई दी।

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