पूर्व प्रधानाचार्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष विजयपाल सिंह भदौरिया का निधन

पूर्व प्रधानाचार्य एवं जिलाध्यक्ष का निधन

श्री राजमाता वैष्णी जूदेव इंटर कालेज, जगम्मनपुर के पूर्व प्रधानाचार्य एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री विजयपाल सिंह भदौरिया का देहान्त हो गया। श्री भदौरिया जगम्मनपुर के इंटर कालेज में सन् 1971 में प्रवक्ता भेतिकी पद पर नियुक्त हुए थे, तत्पश्चात सन् 1987 में आयोग से प्रधानाचार्य के रूप में चयनित होकर उसी इंटर कालेज में नियुक्त हुए। श्री विजयपाल सिंह पूरे समय जनपद में शिक्षा के उननयन के लिए सक्रिय भूमिका निभाते रहे। इसी सक्रियता के कारण उन्हें वर्ष 1992-93 में माध्यमिक शिक्षक संघ का जनपद जालौन का जिलाध्यक्ष भी मनोनीत किया गया।
आपको ध्यातव्य हो कि जनपद के युवा साहित्यकार एवं दयानन्द वैदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उरई के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रवक्ता डॉ0 अनुज भदौरिया श्री विजयपाल जी के छोटे पुत्र हैं। श्री भदौरिया ने सेवानिवृत्ति के बाद भी शिक्षा जगत से अपना नाता नहीं तोड़ा। वे इसके बाद बी0के0डी0 एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल के निदेशक के रूप में अपनी सेवाएँ देते रहे साथ ही शिक्षा सम्बन्धी सक्रियता को बनाये रखे रहे। उनका अंतिम संस्कार उनकी कार्यस्थली रहे जगम्मनपुर में 26 फरवरी को किया गया। इस अवसर पर जनपद की शिक्षा क्षेत्र से जुड़े डॉ0 आर0बी0एस0 सेंगर, डॉ0 अशोक कुमार यादव, डॉ0 आर0के0 पहारिया, डॉ0 विजय यादव, डॉ0 जयदयाल सक्सेना, योगेश्वरी प्रसाद ‘अलि’, गिरन्द सिंह कुशवाहा, हेमन्त कुमार सिंह सेंगर, राघवेन्द्र सिंह सेंगर, स्वतन्त्र सिंह सेंगर, डॉ0 नीलरतन सिंह, डॉ0 राजेश पालीवाल, डॉ0 राजवीर सिंह, डॉ0 आनन्द गुप्ता, अजय गुप्ता, डॉ0 शत्रुघ्न सिंह राजपूत, पूर्व विधायक सन्तराम सिंह सेंगर, रघुराज सिंह भदौरिया, पुष्पेन्द्र सिंह सेंगर, प्रवीण कुमार पाण्डेय सहित सैकड़ों लोगों ने अश्रुपूरित अंतिम विदाई दी।
श्री विजयपाल सिंह भदौरिया अपने पीछे पत्नी, दो पुत्रियों-दामादों, दो पुत्रों-पुत्रवधुओं, नाती-नातिनों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं। मुखग्नि उनके ज्येष्ठ वैज्ञानिक पुत्र डॉ0 अवनीश भदौरिया ने दी।

2 टिप्‍पणियां:

दीपक 'मशाल' ने कहा…

Ishwar divangat aatma ko shanti den..

Dr.Aditya Kumar ने कहा…

स्व ० भदौरिया एक जुझारू शिक्षक , कुशल प्रधानाचार्य एवं लोकप्रिय व्यक्तित्व थे .उनका निधन जनपद के शिक्षा जगत की एक क्षति है .